बेशक इजाज़त है आपको रूठ जाने की,
हमे तो आदत है मनाने की,
अगर आप नहीं माने तो,
हम परेशान कर देंगे मिस कॉल से सताने की,
चलो अब रूठना-मनाना बंद करो||

सितम सारे हमारे,
छाँट लिया करो,
नाराज़गी से अच्छा,
डांट लिया करो।
माफी वही इंसान मांगता है,
जो रिश्तों को कभी नहीं खोना चाहता।