दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया,
रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया,
हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा,
हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया…

ज़िंदगी रहे ना रहे दोस्तीं ज़रूर रहेगी,
पास रहे ना रहे यादें ज़रूर रहेगी,
अपनी ज़िंदगी में हमेशा हस्ते रहना,
क्योंकि आपकी हसी में एक मुस्कान मेरी रहेगी,
सॉरी हर्ट करने के लिए।
इंसान का अहंकार ही होता है,
जिसकी वजह से ग़लतफहमी बड़ जाती है,
वरना माफी मांग लेने से ग़लतफहमी दूर हो जाती है।