चिंता नहीं है मृत्यु और काल की,
बस कृपा बनी रहे मेरे ऊपर मेरे महाकाल की।
हर हर महादेव

यह कलयुग हैं, यहाँ ताज अच्छाई को नही बुराई को मिलता हैं,
लेकिन हम तो बाबा महाकाल के दीवाने हैं, ताज के नही रुद्राक्ष के दीवाने हैं।
हर हर महादेव
मैं झुक नही सकता, मैं शौर्य का अखँड भाग हूँ।
“जला दे जो अधर्म की रुह को, मैं वही महादेव का दास हूँ।
हर हर महादेव
तन की जाने, मन की जाने, जाने चित की चोरी
उस महाकाल से क्या छिपावे जिसके हाथ है सब की डोरी
हर हर महादेव
जो खो गया उसके लिए रोया नही करते, जो पा लिया उसे खोया नही करते,
हम भी देवो के देव महाकाल के भक्त है, जो मजबूरियों का रोना रोया नही करते !!
हर हर महादेव
भोलेनाथ के भक्त है इसलिये भोले बनकर फिरते है
पर याद रखना कभी कभी तांडव करना भी जानते है