शुभ रात्रि सुविचार | शुभ रात्रि सन्देश | Shubh Ratri Sandesh for Whatsapp

सपनों को पाने के लिए समझदार नहीं पागल बनना पड़ता है I
Shubh Ratri

तुम्हारा सपना उसी दिन पूरा होगा जिस दिन तुमने अपने आप को ढूँढ लिए इस दुनिया के भीड़ में I
शुभ रात्री

खुद का शिक्षक बन कर खुद को पढ़ना ही सबसे बड़ा ज्ञान है I
Shubh Ratri

दूसरों को सोता देख कर जो आँखें पढ़ती हैं वही इतिहास रचती हैं I
Good Night

ढूंढोगे तो ही रास्ता मिलेगा,
यही मंज़िल की फितरत है I
शुभ रात्री

जिस चीज़ में दिल ना लगे उसमें जान लगा दो I
Shubh Ratri

छोटी सोच शंका को जन्म देती है और बड़ी सोच समाधान को I
Good Night

कुछ करने की जूनून ही इंसान को रात भर जगाती हैI
Shubh Ratri

रात हो या दिन अपने आप को अच्छा बनाने में ही अपना वक्त खर्च करो I
शुभ रात्रि

मेहनत करने की ताकत अक्सर जिद्दी बनाने पर मिलती है I
Good Night

काबिल लोग न तो किसी को दबाते है,
और ना ही किसी से दबते है I
Shubh Ratri

रात कि चांदनी मे चाँद नहाया हुआ है, चलो हम भी इसमे डूबकी लगाते हैं!
शुभ रात्रि

रात काली आई देखो, तुझमे मुझको बुलाती देखो।
Shubh Ratri

स्वप्न कोई रात का मन में गोते मार रहा और मन में कोई अनगढ़ पक्षी दिन में तारे देख रहा..
Good Night

जैसे अमावस्या में पूर्णिमा की अनोखी रात है तेरा मुझसे भी मिलना गज़ब बात है।
शुभ रात्रि

जब रात याद आउंगा मैं तब तकिए को सिर पे रखना तुम, और आंख बन्द करते हि तुझको छूकर गुज़रु मैं।
Shubh Ratri

मैं भ्रमित पथिक रजनीचर हूँ, मै लहरों में मोती ढूंढ रहा..
Good Night

जैसे चाँद तारे रात में चमक रहे हैं, वैसे हि मेरे जीवन में मेरा बचपना गोते लगा रहा..
Shubh Ratri

देखो फ़िर ये रात आई मुझे मेरी तन्हाई याद दिलाने, अब न पक्षी शोर मचाएंगे न भौरे तान मिलाएंगे।
Good Night

क्या महक है तेरे फ़िज़ाओं में, हर शाम तुझमे मेरा ज़िक्र छेड़ जाती है।
शुभ रात्रि

रातें यूहीं नहीं गुज़रती ,इसके लिए दिन में तपना पड़ता है।
Shubh Ratri

क्या खूब कहा है किसी ने राते लम्बी लगती है और दिन छोटे गर मेहनत शिद्दत से हो।
Good Night

क्यों खोये हो इस भँवर में, ये राते हैं इन्हें समझने को दिन खोने पड़ते हैं।
शुभ रात्रि

ये राते मुझे आगोश में ले रही, नशा इस रात में है या मैं नशे में हूँ।
Shubh Ratri

जुगनू चमक रहे हैं, लगता है अब रात आ गयी।
Good Night

चाहे दूर हो या पास ये दिल तुम्हारे पास ही है।
शुभ रात्रि

हर चाँद तेरा होगा, इस जग को तू अपना के तो देख।
Shubh Ratri

जीवन है या अधूरा सपना हमेशा मायूस ही करता है।
Good Night

क्या हुई है बात सब मेरे होते जा रहे, मैं बदल गया हूँ या आ गयी है रात।
शुभ रात्रि

न चाहते हुए तुझे हासिल कर रहा हूं मैं, पर याद रखना ये रात है कल दिन भी आएगा।
Shubh Ratri

ये चाँद मेरा है किसी और का नहीं, तू मेरी है किसी और की नहीं।
Good Night

रात काली मुझे पुकारे और पुकार के मुझसे तेरा वफ़ा पूछे, न बता सका वफ़ा तेरी हर वफ़ा मुझसे मेरा ज़िक्र पूछे।
शुभ रात्रि

यादों का फ़लसफ़ा इतना है कि तू मेरी है और मैं तेरा हूँ।
Shubh Ratri

उम्मीद का सागर इतना भी न भरो कि रात छोटी पड़ जाए पूरी करने में।
Good Night

ज़हन में ज़िन्दा सारे जज़्बात रखना, क्या हुआ जो रात आ गई कल सुबह भी आएगी मुझसे मेरी बात कहने।
शुभ रात्रि

अंधेरों में क्यों रहते हो उजाले में आओ ना, तुम अभी किसी और के हो मेरे बन जाओ ना।
Shubh Ratri

आज ज़िन्दा हूँ कल भी रहूंगा, अभी केवल रात आई है, मैं कल फ़िर मिलूंगा।
Good Night

क्या हुआ इतने परेशान क्यों हो, हर रात जैसी ये भी कट जाएगी।
शुभ रात्रि

कह गया कोई रात एक अजनबी से सपने में एक जलजला सा आएगा, मैं चैन से सो गया ये कहके कि सपना भी अच्छा जाएगा।
Shubh Ratri

हद तो तब हो गई जब वो मेरी न सुनकर किसी और कि हो गई, मैने भी चुपके से कह दिया कि रात तो तेरी है पर सुबह तो मेरी हि होगी।
Good Night

शाम को मयखाने में तेरी राह ताक रहा था, खो गया था सपने में और तेरा दीदार कर रहा था।
शुभ रात्रि

चलो अब सोते हैं, कल फ़िर एक कहानी लिखेंगे।
Shubh Ratri

चाँद भी नज़दीक नज़र आएगा जब सब कुछ अपने हाथ में हो।
Good Night

कामयाब होना है तो अभी का सोचो, ना आने वाले कल का ना बीते हुए कल का।
शुभ रात्रि

लोग क्या सोचते हैं, क्यों सोचना अपना सोचो इतना काफ़ी होगा।
Shubh Ratri

निर्णय लो पर सावधानी से अपने हित में न कि अनहित में।
Good Night

रात हो गयी चलो अब सोते हैं, दिन ढल गया चलो अब रोते हैं।
शुभ रात्रि

चाँद को निहारता रहा मैं, रात के अंधेरे में खुद को निखारता रहा मैं।
Shubh Ratri

ज़हन में कैद सभी जज़्बात रहते हैं, रात आ गई चलो अब जाम लेते हैं।
Good Night

खुदा कि रहमत तुझ पर बरसे, तमन्ना है इतनी रब से, दिन शानदार था, तेरी रात भी लाजवाब गुजरे।
शुभ रात्रि

ये रात भी अजीब है, कुछ को आगोश में लेती है तो कुछ को सडको पे छोड़ जाती है।
Good Night

जी लो दो पल की ज़िन्दगी ये ज़िन्दगी तुम्हें खुशियां हि देगी।
शुभ रात्रि

ये वीरानी सी राहों पर फुटपाथ पर सोते हुए मिलोगे, गर मेहनत नहीं कि तो।
Shubh Ratri

एक दिन रोते रोते हम नहीं सोए, पर ये रात थक कर सो गई।
Good Night

इतना सुंदर सपना था, उसे हकीकत बनाने की सोचो, ना कि दूसरा सपना देखने कि।
शुभ रात्रि

कुछ करना है तो कोशिश करना पड़ेगा, कोशिश बन्द हुयी तो बेकार कहे जाओगे।
Shubh Ratri

जीने की वजह खुद को बनाना वरना इन रातों की तरह ये ज़िन्दगी भी बीत जाएगी।
Good Night

मुझसे नाराज़गी इतनी है तो ज़ाहिर करो, दिल में बुराई रखोगे तो दिल बुरा मान जाएगा।
शुभ रात्रि

दोस्तों से ज़िन्दगी का पैगाम लेना, अपनो से उसका मक्सद, खुद से तुम अपने ख्वाब लेना और खुदा से उसे पूरी करने कि ताकत।
Shubh Ratri

रातों की नींद उड़ जाती है तुझे सोचने भर से, क्या ये बुराई तुझमे भी है।
Good Night

ये रात का सफ़र है, यहाँ केवल तू है दूसरा कोई नहीं।
शुभ रात्रि

नयन से तेरे आँसू क्यों छलक उठते हैं, कहिं ये इस रात कि तो गलती नहीं।
Shubh Ratri

ये रात भी बड़ी अजीब है, मुझे बहुत तन्हा कर देती है और आती है जल्दी पर जाती है देर से।
Good Night

अजीब बात है इस अंधेरे में मेरे मन को साफ़ साफ़ दिखा जाती है।
शुभ रात्रि

आंख और इस रात का Connection भी अजीब है, एक अंधेरा फ़ैलाना शुरु करता है और दूसरा रोना।
Shubh Ratri

ये उजाला क्यों है इस रात में, लगता है मुझे अंधेरे में देख के मुझे रोशनी दिखाने आया है।
Good Night

इस सूनी सड़क पे सुकुन कितना है, लगता है रात आ गई।
शुभ रात्रि

चलो एक सुविचार लिख दो, अब रात आ गई।
Shubh Ratri

एक खत लिख रहा हूँ तुझे, सो जाना अच्छे से और सुबह वो खत दोहराना सुकून मिलेगा।
Good Night

ये सर्द मौसम भी क्या गजब रंग दिखाता है, हर बार आता है और रात सूनी कर जाता है।
शुभ रात्रि

ज़िन्दगी का एक दिन यूं ही बता दिया पर अभी रात बाकी है।
Shubh Ratri

लगता है दिन बीत गया, रात काली आने वाली है, और फ़िर से याद तेरी आने वाली है।
Good Night

कल तो बीत गया अब आज का क्या? ये रात भी यूं ही बीत जाएगी अब तेरी बातों का क्या?
शुभ रात्रि

सुकून रातों में मिलती है, दिन में तो मैं बस अंधेरे में रहता हूँ।
Shubh Ratri

सिवा तेरे मेरा कोई नहीं, इन अंधेरी रातों में तुझ सा मेरा कोई नहीं।
Good Night

सुकून बहुत मिलता है इन अंधेरी रातों में तन्हा टहलना।
शुभ रात्रि

सूनी सड़क पर आवारा मैं घूम रहा, एक तो अकेला मैं ऊपर से ये काली रात।
Shubh Ratri

ये रात इतनी शान्त क्यों है, लगता है इसको भी इश्क में धोखा मिला है।
Good Night

लगता है अब खामोशी अब मुझे रुला जाएगी, इस रात में तन्हा मुझे फ़िर से छोड़ जाएगी।
शुभ रात्रि

Single तकिया लेके न सोया करो, मैं भी आउन्गा ख्वाब में तुम्हारे।
Shubh Ratri

कितनी प्यारी है ये रात और रातों में आने वाले ये सपने।
Good Night

हर पल याद आता है दोस्त मेरा, जब भी रात में मैं अकेले रहता हूँ।
शुभ रात्रि

गलती किया करो फिर भूल जाया करो, नींद अच्छी आएगी।
Shubh Ratri

कोई इंतज़ार कर रहा है आपका, कम से कम ख्याल मे हि उनसे मिल आइये।
Good Night

ये रात अच्छी आई है, कम से कम सूकून तो दे रही है।
शुभ रात्रि

एक नया सवेरा आएगा, बस तुम मन के सारे द्वेश मिटा के सोना।
Good Night

यू क्यों खोए हो इन रातो में, तन्हा चुपचाप सो जाओ।
शुभ रात्रि

सारी खुशी तेरे कदम चूमे, ये मेरी गुज़ारिश है खुदा से।
Good Night

सो जा, अब चुप हो जा, जो भी हुआ भुला के सो जा।
Shubh Ratri

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